उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में विश्व प्रसिद्ध भस्म आरती के दर्शन के लिए आज सुबह जाने-माने पार्श्व गायक बी प्राक पहुंचे। उन्होंने नंदी हॉल में बैठकर दो घंटे तक इस दिव्य आरती का अनुभव किया।
बी प्राक की भक्ति में डूबे पल
मंदिर के पुजारी अर्पित गुरु ने बताया कि बी प्राक अपनी टीम के साथ बाबा महाकाल के दर्शन और भस्म आरती में शामिल होने आए थे। आरती के दौरान वह पूरी तरह से भक्ति में लीन नजर आए। कभी “जय श्री महाकाल” के उद्घोष करते, तो कभी तालियां बजाकर आरती के हर क्षण का आनंद लेते दिखे।
अनुभव शब्दों में बयां करना मुश्किल
भस्म आरती के बाद बी प्राक ने मीडिया से चर्चा में कहा:
“इस अनुभव को मैं शब्दों में नहीं बयां कर सकता। आरती के दौरान ऐसा महसूस हुआ कि मेरे चारों ओर और कोई नहीं, सिर्फ मैं और बाबा महाकाल थे।”
उन्होंने महाकाल मंदिर की दर्शन व्यवस्था की भी सराहना करते हुए कहा कि यहां सभी के साथ समान व्यवहार होता है।
महाकाल का आशीर्वाद सब पर बना रहे
बी प्राक ने बाबा महाकाल से सभी के लिए सुख-समृद्धि और आशीर्वाद की कामना की। उन्होंने कहा कि जो भी भस्म आरती का अनुभव करना चाहते हैं, उन्हें श्री महाकालेश्वर मंदिर जरूर आना चाहिए। यह एक ऐसा अनुभव है जो जीवनभर याद रहता है।
कौन हैं बी प्राक?
प्रतीक बच्चन, जिन्हें बी प्राक के नाम से जाना जाता है, भारतीय संगीत उद्योग के एक प्रसिद्ध गायक, संगीत निर्देशक और संगीतकार हैं।
उन्होंने अपने करियर की शुरुआत संगीत निर्माता के रूप में की।
“मन भर्र्या” गाने से गायक के रूप में प्रसिद्धि पाई।
उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और दो फिल्मफेयर पुरस्कार सहित कई सम्मानों से नवाजा गया है।