17 साल बाद मिला न्याय, पर देख नहीं पाए अपना सपना पूरा
दमोह: Sarkari Naukri ke liye 17 साल तक कोर्ट में लड़ाई लड़ने के बाद एमपी हाई कोर्ट ने आवेदक को शिक्षक बनाने का ऑर्डर दिया। 40 साल की उम्र में कानून संघर्ष शुरू किया और 57 साल की उम्र में न्याय मिला, लेकिन अफसोस की आदेश आने के सिर्फ 3 दिन पहले आवेदक परमलाल कोरी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। परिवार जहां खुश था, वही खुशी पल में शोक में बदल गई। परमलाल एक दिन भी नौकरी नहीं कर पाये।