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सिंहस्थ 2028: उज्जैन में अपनाया जाएगा प्रयागराज और हरिद्वार कुंभ का मॉडल
उज्जैन 5 4 months ago

मध्य प्रदेश के उज्जैन में 2028 में आयोजित होने वाले सिंहस्थ मेले को और बेहतर और व्यवस्थित बनाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार प्रयागराज और हरिद्वार में हुए कुंभ मेलों की सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने की योजना बना रही है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि उज्जैन सिंहस्थ में भीड़ प्रबंधन, ड्रोन सर्वेक्षण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।

प्रयागराज और हरिद्वार कुंभ का मॉडल
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित होगा। वहीं, 2021 में उत्तराखंड के हरिद्वार में कुंभ का आयोजन किया गया था। इन दोनों कुंभ मेलों के बेहतरीन प्रबंधन मॉडल का अध्ययन करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार की एक टीम भेजी जाएगी। अध्ययन के आधार पर उज्जैन सिंहस्थ-2028 के लिए कार्ययोजना तैयार की जाएगी।

सिंहस्थ के लिए विशेष तैयारियां
मुख्यमंत्री ने सिंहस्थ की तैयारियों की समीक्षा करते हुए निम्नलिखित निर्देश दिए:

श्रद्धालुओं के लिए सुगम यात्रा: श्रद्धालुओं के आवागमन को सुगम बनाने के लिए रेलवे के साथ समन्वय के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ बनाया जाएगा।
बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर: घाटों तक आसान पहुंच के लिए बेहतर मार्गों का निर्माण होगा।
हरियाली और स्वच्छता: उज्जैन, इंदौर और देवास में सीवरेज और स्वच्छता के साथ हरियाली बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।
धर्मशालाओं का उन्नयन: पर्यटकों की सुविधा के लिए धर्मशालाओं के आधुनिकीकरण की योजना बनाई जाएगी।
तकनीकी सम्मेलन: महाकुंभ प्रयागराज के बाद उज्जैन में कंपनियों और स्टार्टअप्स का सम्मेलन आयोजित होगा।

प्रशासनिक ढांचे का विस्तार
मुख्यमंत्री ने विभागों में प्रशासनिक ढांचे के विस्तार और जरूरी तैयारियों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। सिंहस्थ 2028 को भव्य और सुव्यवस्थित बनाने के लिए हर पहलू पर बारीकी से ध्यान दिया जाएगा।

सिंहस्थ 2028 की खासियत
यह सिंहस्थ न केवल परंपरागत आध्यात्मिकता का प्रतीक होगा, बल्कि आधुनिक तकनीकों और सर्वोत्तम प्रथाओं का भी उदाहरण बनेगा। उज्जैन की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता के साथ यह आयोजन लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा।

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