शहबाज शरीफ ने कहा, ‘दुनिया हमसे उम्मीद करती है कि हम उनसे व्यापार, इनोवेशन, शिक्षा, स्वास्थ्य और मुनाफे वाले क्षेत्रों में निवेश के जरिए जुड़ें, न कि हम भीख मांगें. मैं और फील्ड मार्शल आसिम मुनीर, इस बोझ को अब और नहीं उठाएंगे.’ उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को अपने संसाधनों का बेहतर उपयोग करते हुए उन्हें विकास में लगाना चाहिए