प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को विनम्रता और श्रद्धा के प्रतीकात्मक संकेत के रूप में नवकार महामंत्र कार्यक्रम में जूते पहने बिना भाग लिया और मंच पर बैठने के बजाय जनता के बीच बैठना पसंद किया। प्रधानमंत्री के इस कदम को जैन आध्यात्मिक परंपरा और नवकार मंत्र की पवित्रता के प्रति गहरे सम्मान के प्रतीक के रूप में देखा गया, जिसका जैन धर्म में केंद्रीय महत्व है।