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गेम चेंजर रिव्यू: 450 करोड़ की राम चरण की फिल्म कैसी है?
फिल्म रिव्यू 16 3 months ago

एस शंकर के निर्देशन में बनी फिल्म ‘गेम चेंजर’, जिसमें राम चरण, कियारा आडवाणी, और एसजे सूर्या लीड रोल में हैं, 10 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। यह 450 करोड़ की बजट वाली एक भव्य तेलुगू फिल्म है, जिसे पैन इंडिया रिलीज के तहत हिंदी सहित कई भाषाओं में लॉन्च किया गया है।

फिल्म का विषय भ्रष्टाचार और ईमानदारी के बीच की जंग है। क्या यह फिल्म उम्मीदों पर खरी उतरती है, आइए जानते हैं इसका रिव्यू।

फिल्म की शुरुआत और निर्देशन का प्रभाव
फिल्म की शुरुआत भ्रष्टाचार जैसे संवेदनशील मुद्दे से होती है। निर्देशक एस शंकर ने पहले ही दृश्य से अपने निर्देशन की छाप छोड़ी है। राम चरण की एंट्री के लिए एक लंबा और जोरदार एक्शन सीन रखा गया है, जिसके बाद एक गाना आता है। यह संयोजन शंकर की शैली को दर्शाता है।

पहले दृश्य में ही एसजे सूर्या, जो फिल्म में मुख्यमंत्री के बेटे का किरदार निभा रहे हैं, का अभिनय दर्शकों का ध्यान खींचता है। उनकी स्क्रीन प्रेजेंस दमदार है, और उन्होंने अपने किरदार में जान डाल दी है।

फिल्म को देखकर कई जगह शिवाजी (2007) की झलक महसूस होती है। निर्देशक ने फिल्म को भव्य बनाने की पूरी कोशिश की है, लेकिन अब तक फिल्म केवल एक सामान्य अनुभव देती है।

राम चरण और अन्य कलाकारों का प्रदर्शन
फिल्म के मुख्य अभिनेता राम चरण ने ठीक-ठाक काम किया है। उनके किरदार को दमदार दिखाने के लिए एक्शन दृश्यों और इमोशनल पहलुओं को जोड़ा गया है, लेकिन उनका प्रदर्शन उतना प्रभावी नहीं है जितनी उम्मीद थी। कियारा आडवाणी ने भी अपने किरदार को सहजता से निभाया है, हालांकि उनकी स्क्रीन टाइम सीमित है।

कहानी और मुद्दे
फिल्म का फोकस भ्रष्टाचार और ईमानदारी के बीच टकराव पर है। कहानी में कई ट्विस्ट और टर्न्स हैं, लेकिन अब तक की समीक्षा के अनुसार, यह कुछ नया पेश नहीं करती। शंकर ने फिल्म को भव्य बनाने के लिए शानदार सेट और विजुअल इफेक्ट्स का सहारा लिया है, लेकिन कहानी में गहराई की कमी महसूस होती है।

एसजे सूर्या की परफॉर्मेंस
एसजे सूर्या ने फिल्म में अपनी जबरदस्त एक्टिंग से बाकी कलाकारों पर भारी प्रभाव डाला है। उनका किरदार पूरी तरह से फिल्म को संभालने की क्षमता रखता है। उनके संवाद और स्क्रीन प्रेजेंस दर्शकों को बांधे रखते हैं।

संगीत और तकनीकी पक्ष
फिल्म के गाने और बैकग्राउंड स्कोर कहानी के मूड को सेट करने में मदद करते हैं, लेकिन वे बहुत ज्यादा प्रभावी नहीं लगते। तकनीकी रूप से, फिल्म का सिनेमैटोग्राफी शानदार है, और वीएफएक्स का इस्तेमाल बेहतरीन तरीके से किया गया है।

फिल्म का अब तक का प्रभाव
फिल्म अब तक एक सामान्य अनुभव देती है। एस शंकर ने भले ही इसे भव्य और शानदार बनाने की कोशिश की है, लेकिन कहानी और किरदारों के बीच तालमेल की कमी महसूस होती है। हालांकि, फिल्म का दूसरा हाफ और क्लाइमेक्स इसे नई ऊंचाई पर ले जा सकता है।

क्या देखें फिल्म?
अगर आप राम चरण के फैन हैं या भव्य और वीएफएक्स से भरपूर फिल्मों को पसंद करते हैं, तो ‘गेम चेंजर’ आपको पसंद आ सकती है। हालांकि, यह फिल्म अब तक की समीक्षा के अनुसार एक औसत फिल्म नजर आ रही है।

लाइव रिव्यू जारी है, और जैसे-जैसे फिल्म का अनुभव सामने आएगा, इसे लेकर राय में बदलाव हो सकता है।

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